बड़ी आपा ने भाई से चुदाई करवाई - Antarvasna Story

Xxx बहन चुदाई कहानी में मैं और मेरी आपा ही घर में रहते थे. एक दिन आपा ने सीधे मुझसे सेक्स करने की बात कह दी. मैं हैरान हो गया और मना कर दिया. उसके बाद …

मेरा नाम फिरोज है और मेरी बहन का नाम जन्नत है.

हम दोनों भाई बहन है और मेरे परिवार में 4 लोग हैं.
मेरी अम्मी अब्बू मैं मेरी बहन!

मेरी बहन मुझसे बड़ी है.
उसकी उम्र 22 की है और मेरी उम्र 20 साल है.

मेरे घर में मैं और मेरी बहन रहते हैं, मेरे अब्बू अम्मी विदेश में रहते हैं.
और हम लोग अपने घर में रहते हैं.
मेरा घर चेन्नई में है.

हम दोनों की पढ़ाई खत्म हो चुकी है.

यह Xxx बहन चुदाई कहानी हम दोनों की ही है.


एक दिन मैं टीवी देख रहा था.
मेरी बहन आई मेरे से पूछने लगी- तेरी कोई गर्लफ्रेंड है?
मैंने कहा- नहीं!
फिर वह पूछने लगी- तुझे गर्लफ्रैंड बनाने का मन नहीं करता है?
मैंने कहा- करता है!

फिर मेरी बहन ने पूछा- तुझे सेक्स करने का मन नहीं करता है क्या?
मैंने कहा- करता है … क्यों नहीं करता! लेकिन आपा, आप क्यों पूछी रही हो? क्या हुआ?

फिर आपा बोली- मुझे भी सेक्स करना है!
तो मैंने कहा- तो इसमें मैं क्या कर सकता हूँ?

वो बोली- तुम मुझे पेल दो!
फिर मैंने कहा- हम लोग भाई बहन है तुम मेरी बहन हो! हम ऐसा नहीं कर सकते!

वो बोली- कोई बात नहीं!
लेकिन आपा की बात से मैं गुस्सा हो गया.
फिर दूसरे दिन सुबह में वह नहाने गई.

और वो नहा कर आ रही थी कि तभी उसका पैर फिसल गया और वह गिर गयी.
उस समय वह केवल एक तौलिया में थी.

तो मैं उसे उठा कर उसके बेडरूम में ले गया, उसके बेड पर लिटा दिया.
मैंने उससे कहा- आपा, आप अपने कपड़े तो पहन लो! मैं तब डाक्टर के पास ले चलूंगा.

लेकिन वह दर्द के वजह से उठ नहीं पा रही थी.

तब मैंने कहा- रुको, अपने कपड़े बताओ कहाँ हैं?
मेरी आपा ने कहा- उस अलमारी में हैं!

मैंने पूछा- क्या क्या पहनना है?
उसने कहा- ब्रा और पैंटी लेकर आओ!

मैंने बहन की ब्रा पैंटी लाकर उसे दे दी.
लेकिन वह दर्द से पहन नहीं पा रही थी.

तभी मैंने कहा- रुको, मैं पहना देता हूँ.
उसने कहा- ठीक है!

तब मैंने उसके ऊपर से तौलिया हटाया.
और मुझे उसका नंगा बदन दिखा.

उसकी बड़ी बड़ी चूचियां थी गोल गोल, काले निप्पल थे.
देख कर मेरा लन्ड खड़ा हो गया.

लेकिन फिर मैंने ब्रा पहनाई उसे और उसके बाद उसकी चूत देख कर मेरा मन भी सेक्स करने का हो गया.
उसके बड़े बड़े चूतड़ थे.

फिर मैंने उसे पैंटी पहनाई, फिर ऊपर के कपड़े भी पहनाये.

मैं फिर उसे गोद में उठाकर डॉक्टर के पास ले जाने लगा.
और मेरा खड़ा लन्ड उसकी चूत से बार बार छू रहा था तो कभी बहन की गांड से!

मैं जन्नत को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचा.
डॉ उसे दर्द की दवा देने लगे.

फिर आपा ने कहा- दवा नहीं चाहिए मुझे, लगाने की क्रीम दे दो.
डॉक्टर ने क्रीम दे दी.

फिर मैं आपा को घर ले आया.

उसने मुझे उसके कपड़े उतारने के लिए कहा क्योंकि उसे कपड़ों में दर्द हो रहा था.

फिर मैंने उसके कपड़े उतार दिए, उसे नंगी कर दिया और चादर ओढ़ा दिया.

तब आपा बोली- मेरी चोट पर दवा लगा दो.
मैंने कहा- ठीक है!

फिर मैंने उसके नंगे बदन पर से चादर हटाया और उसके बड़े बड़े गोल गोल चूचियां को देख कर मेरा लौड़ा खड़ा हो गया था.

मैंने जन्नत की चोट पर दवा लगाई.

फिर वो बोली- भाई, आज गर्मी बहुत ज्यादा है ना?
मैंने कहा- हां आपा!

फिर उसने कहा- तू भी अपने कपड़े निकाल दे!
मैंने कहा- अगर कोई देखेगा तो क्या कहेगा?

फिर आपा बोली- तेरे और मेरे सिवा कौन यहाँ पर है?

आपा बोली- गर्मी है, बीमार हो जाएगा गर्मी से! अपने कपड़े उतार दे!
मैंने कहा- ठीक है आपा!
और फिर मैं अपने कपड़े उतार कर सिर्फ चड्डी में हो गया था.

नंगी बहन को देख कर मेरा लंड पहले ही खड़ा हो चुका था.
और जन्नत मेरा खड़ा लौड़ा देख रही थी.

आपा बोली- इसे भी उतार दे!
मैंने कहा- ठीक है आपा!

फिर मैंने अपनी चड्डी भी उतार दी.
और तब मेरा लन्ड एकदम खड़ा था.
क्योंकि मेरी बहन नंगी थी.

वो बोली- आकर मेरे पास लेट जाओ!
मैंने कहा- ठीक है!

फिर मैं आपा के पास लेट गया.
और आपा मेरा लन्ड देख रही थी.
मैं उसकी चूची देख रहा था.

वो मेरे से सट गई और मेरे को सेक्स करने का मन करने लगा.

तभी जन्नत ने अपनी चूची मेरे मुंह में दे दी और मेरा लन्ड छूने लगी, मुझे किस करने लगी.

और अब हम दोनों किस करने लगे.

फिर आपा ने कहा- मेरी चूची दबाओ!
मैंने अपनी बड़ी बहन की चूची पकड़ ली और उनको दबा दिया और मसलने लगा.

आपा गंदी गंदी आवाज़ निकालने लगी.
फिर मैंने एक हाथ आपा के बूब्स पर रखा और दूसरा उसकी गांड पर!

उसकी एक चूची मेरे मुंह में थी, दूसरी को हाथ में लेकर मैं मसल रहा था.
मैं बदल बदल कर उसकी चूचियां पीने लगा, उसकी काली निप्पल काटने लगा और दबाने लगा.

फिर आपा ने अपनी टांगों को फैला दिया.
तब मैं जन्नत की मंशा को समझ गया.
फिर मैं आपा की चूत चाटने लगा.
मैंने अपनी जीभ बहन की चूत में पूरा अंदर तक डाल दी.

उसकी बुर में से पानी निकल रहा था.
मैं सारा पानी पी गया.

फिर मैं उसकी चूत के दाने को मसलने लगा था और वो ‘आआ आहा उओह उफ्फ’ की आवाज निकाल रही थी.

ऐसे करते करते 20 मिनट बीत गये.

फिर आपा ने मेरा लन्ड अपने मुंह में ले लिया.
मैं आपा के मुंह में लंड पेल रहा था और आपा की चूत में से पानी निकल रहा था.

फिर आपा ने 5 मिनट बाद लन्ड मुंह से निकाल दिया और आपा ने अपनी टांगों को फैला दिया.

मैंने अपनी उंगली उसकी चूत डाल दी और अंदर बाहर करने लगा.
आपा ‘आआ ह्हह ओह हह ओम्फ्फ’ की आवाज निकालने लगी.

मैंने 5 मिनट तक ऐसे किया.
फिर अपना लन्ड आपा की चूत के छेद में डाल दिया.

फिर एक झटका मारा और आपा को दर्द होने लगा और वो चिल्लाने लगी.
उसकी आंखों में आंसू आने लगे.

फिर मैंने धीरे धीरे से अपनी बड़ी बहन की चूत को चोदना शुरू किया.
तब आपा बोली- बहनचोद, चूत फाड़ दे मेरी जोर जोर से पेल के!

और मैं उसे जोर जोर से चोदने लगा.
20 मिनट बाद मेरा माल आपा की चूत में गिर गया.

उसके बाद आपा और हम दोनों लोग लेट गए.

फिर 10-15 मिनट बाद आपा बोली- भाई अब तुम मेरी गांड मारो!
मैंने कहा- ठीक है!

फिर वह घुटने पर हो गई और मैंने अपना लौड़ा आपा की गांड में डाल दिया, झटका मारा.
आपा चिल्लाने लगी- आआ आह्ह ह्हह उझ्ह उह्ह् ऊफ!

और फिर मैं जोर जोर से बहन की गांड पेलने लगा.
और आपा चिल्लाती गई, मैं पेलेता गया.

मेरा माल गिरने वाला था तो तभी मैंने आपा को कहा- अपना मुंह मेरे लन्ड की तरफ करो!

फिर आप ने उठकर अपने मुंह में मेरे लन्ड को ले लिया और चाटने लगी.

चाटते समय मेरा माल आपा के मुंह में गिर गया.
और फिर आपा लेट गई.
मैं उनकी चूत चाटने लगा, उंगली करने लगा.

तभी मेरा लंड फिर खड़ा हो गया.
फिर आपा की चूचियों के बीच में रख कर चूचियों से दबा कर पेलने लगा.

मेरे को बहुत मजा आ रहा था आपा को पेलने में!
और आपा को भी Xxx बहन चुदाई में बहुत मजा रहा था.
आपा की अंदर आग अभी शांत नहीं हुई थी.

आपा बोली- तुम अपना लन्ड मेरी चूत में डालो!

फिर क्या … मैंने भी बहन की चूत में लंड डाल दिया और पेलने लगा.
आपा के मुंह से ‘आआ आह्ह ह्ह उह्ह्ह उफ फफ’ की आवाज आ रही थी.

तो मैं और जोर जोर से बहन चोदने लगा.
मेरे मोटे लन्ड की दीवानी आपा भी हो गई.

अब मेरा पानी आपा की चूत में छुट गया था.
और आपा को भी शांति मिल गई.

हम दोनों लोग सो गए.
फिर मैं उठा तो देखा कि आपा उठी हुई थी.

मैंने पूछा- आपा, आपकी चोट का दर्द कैसा है?
वो बोली- कौन सा दर्द?
मैंने कहा- जो कल आप गिरी थी?
वो बोली- कब?
मैंने कहा- नहाते समय!

वो बोली- वो झूठ था, नाटक था मेरा!

तभी मैं समझ गया कि आप को मैंने परसों को सेक्स के लिए मना कर दिया था तो उसने मेरे साथ यह नाटक करके मेरे लंड का मजा लिया था.

फिर क्या … मुझे बढ़िया चूत मिल गयी थी और आपा को बढ़िया लंड!

हम दोनों पूरे घर में नंगे घूमने लगे.

जब हमारा मन करता, तब हम सेक्स करने लगते हैं.

उसके बाद से एक साथ सोना, एक साथ नहाना, एक बाथरूम में नहाना और एक ही साथ में एक बेड पर एक साथ सोना!

कभी कभी खाना खाते समय मेरी आपा मेरे लन्ड पर बैठ कर अपनी चूत मेरे लन्ड में डाल कर खाना खाती थी.

दुनिया की सबसे अच्छी बहन है मेरी!

इस Xxx बहन चुदाई कहानी पर आप अपने विचार मुझे बताएं.

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